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पड़ताल : क्या इजरायल ने पानी पी रहे फिलिस्तीनी बच्चों पर गिराया बम? झूठा है यह दावा

Khojoo Patrakaar : झूठे दावे के साथ वायरल किया गया वीडियोKhojoo Patrakaar : झूठे दावे के साथ वायरल किया गया वीडियो

सूडान की आर्मी द्वारा वहां के अर्धसैनिक बल पर किए गए हमले का वीडियो झूठे दावे के साथ हो रहा है वायरल

Fact Check : इजरायल और हमास के युद्ध के बीच खोजू पत्रकार (Khojoo Patrakaar) ने एक नए झूठे दावे की पोल खोली है। एक वीडियो को वायरल करके दावा किया जा रहा है कि इजरायल ने पानी पी रहे फिलिस्तीनी बच्चों पर बम गिरा दिया, जिससे कई बच्चों की जान चली गई। हालांकि हमारी पड़ताल में यह दावा पूरी तरह से झूठा साबित हुआ।

इजरायल और हमास के युद्ध को 17 दिन हो चुके हैं। इस दौरान कई हजार लोगों की जान जा चुकी है।

बता दें कि हमास की ओर से इजरायल पर किए गए हमले के बाद से इजरायल ने हमास के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इजरायल ने हमास को आतंकवादी संगठन बताते हुए उसे पूरी तरह से नेस्तनाबूद करने की ठान ली है। इजरायल और हमास के युद्ध को 17 दिन हो चुके हैं। इस दौरान कई हजार लोगों की जान जा चुकी है।

Fact Check in Hindi

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं झूठे दावे

इजरायल और हमास के बीच छिड़ी जंग के बीच सोशल मीडिया पर कई तरह के वीडियो वायरल हो रहे हैं। इनमें कई पुराने वीडियो को इजरायल या फिलिस्तीन का बताते हुए भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। इन्हें लेकर सोशल मीडिया के यूजर्स में भारी असमंजस की स्थिति है।

इस वीडियो को इजरायल और हमास के युद्ध का वीडियो बताकर झूठे दावे के साथ वायरल किया गया है।

कुछ यूजर्स ने Khojoo Patrakaar को ऐसे ही एक वीडियो का लिंक भेजकर उसकी सच्चाई जानने की इच्छा जताई थी। इस वायरल वीडियो को कई लोगों ने Facebook और X (पूर्व में Twitter) पर भी शेयर किया है। इस वीडियो को इजरायल और हमास के युद्ध का वीडियो बताकर झूठे दावे के साथ वायरल किया गया है।

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वायरल वीडियो में क्या है दावा?

इस वीडियो को शेयर करने वाले यूजर्स ने दावा किया है कि गाजा में अपनी प्यास बुझा रहे बच्चों के ऊपर इजरायल ने बम गिरा दिया, जिससे कइयों की जान चली गई और कई जल गए। Khojoo Patrakaar ने इस वायरल वीडियो की पड़ताल की, तो पता चला कि इस वीडियो का इजरायल और हमास के युद्ध से कोई लेना-देना नहीं है।

इस वीडियो में दिख रहा है कि आसमान से एक बम नीचे जमीन पर मौजूद सफेद रंग के टैंक के पास इकट्ठा हुए लोगों के बीच गिरता है और कुछ सेकंड बाद जोरदार धमाका हो जाता है। इसके बाद भीड़ में शामिल लोग इधर-ऊधर भागने लगते हैं।

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वीडियो शेयर करने वाले यूजर्स ने क्या लिखा?

इस वीडियो को शेयर करने वाले यूजर्स कैप्शन में लिख रहे हैं – ‘भूख और प्यास से तड़प रहे #Palestine #Gaza के बच्चे जब पानी पीने के लिए पानी की टंकी के पास पहुंचे, तो जालिम कातिल #IsraelTerorrist ने ऊपर से बम गिरा दिया और कइयों की जान चली गई कई जल गए! और इसका वीडियो बना कर ये बताया भी था कि हम जालिम हैं आतंकी हैं। क्या लाचारी है जो दुनिया यह सब देख रही है और देखकर आंख बंद कर लेती है??’

हालांकि Khojoo Patrakaar की पड़ताल में पता चला कि इस वीडियो का इजरायल और हमास के युद्ध से कोई लेना-देना नहीं है। यह वीडियो अफ्रीकी देश सूडान का है और कुछ दिन पुराना है। यह सूडान की आर्मी की ओर से वहां के अर्धसैनिक बल रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) पर किए गए ड्रोन हमले का वीडियो है।

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कैसे चला सच का पता?

जब Khojoo Patrakaar ने इस वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च किया, तो हमें कई अलग जानकारी मिली। इसी दौरान हमें तुर्किये के एक मीडिया संस्थान Haber7 की एक वीडियो रिपोर्ट भी मिली। इस रिपोर्ट को 13 अक्टूबर, 2023 को जारी किया गया है। इसके अनुसार यह सूडान की आर्मी की ओर से वहां के अर्धसैनिक बल रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) पर किए गए ड्रोन हमले का वीडियो है, जिसमें भारी तबाही हुई थी।

पड़ताल के दौरान हमें ‘सूडान न्यूज’ के ट्विटर हैंडल से 12 अक्टूबर, 2023 को यह वीडियो शेयर करने की जानकारी मिली। इसके अनुसार जब सूडान आर्मी ने यह ड्रोन हमला किया, तो उस समय RSF के जवान अपनी मोटरसाइकिल के लिए ईंधन भर रहे थे।

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अन्य मीडिया हाउस ने भी जारी की थी यह रिपोर्ट

Khojoo Patrakaar की पड़ताल में पता चला कि मीडिया हाउस अल-जजीरा ने भी सूडान की इस घटना पर रिपोर्ट जारी की थी। अल-जजीरा ने Facebook पर इस वीडियो को शेयर करते हुए बताया था कि यह घटना सूडान की राजधानी खार्तूम में हुई थी।

पड़ताल के दौरान ही हमें ‘X’ पर भी एक पोस्ट मिला, जिसमें बताया गया है कि सूडान आर्मी ने यह हमला खार्तूम एयरपोर्ट के पास किया था।

हमें पता चला कि सूडान आर्मी और वहां के अर्धसैनिक बल के बीच चल रहे संघर्ष के इस वीडियो को कई अन्य यूजर्स ने भी शेयर किया है। पड़ताल के दौरान ही हमें ‘X’ पर भी एक पोस्ट मिला, जिसमें बताया गया है कि सूडान आर्मी ने यह हमला खार्तूम एयरपोर्ट के पास किया था।

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सूडान की आर्मी ने क्यों किया अपने ही अर्धसैनिक बलों पर हमला?

जब Khojoo Patrakaar ने अपनी पड़ताल को आगे बढ़ाया, तो पता चला कि सूडान में वर्ष 2021 में हुए तख्तापलट के बाद वहां की आर्मी और अर्धसैनिक बल रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) के बीच लगातार संघर्ष चल रहा है। यह संघर्ष सूडान की सेना और और RSF के विलय को लेकर है।

यह जानकारी भी मिली है कि सेना और RSF के विलय के बाद नई सेना के नेतृत्व को लेकर यह विवाद उत्पन्न हुआ है। इस संघर्ष में अबतक कई हजार लोगों की जान जा चुकी है।

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पड़ताल के बाद क्या निकला निष्कर्ष?

Fact Check : Khojoo Patrakaar की पड़ताल में वायरल पोस्ट और वीडियो में किया गया दावा पूरी तरह से झूठा साबित हुआ। पड़ताल से साबित हुआ कि यह वीडियो सूडान की आर्मी की ओर से वहां के अर्धसैनिक बल RSF के ऊपर किए गए ड्रोन हमले का है। इस वीडियो का इजरायल और हमास के युद्ध से कोई लेना-देना नहीं है।


Khojoo Patrakaar की अपील : अगर आपके पास कोई ऐसी सूचना या अफवाह पहुंची है, जो आपको झूठी या संदिग्ध लगती है, तो हमें बताएं। हम उसकी पड़ताल करके पूरा सच सामने लाने का प्रयास करेंगे। सच सबके सामने आना चाहिए। झूठ और अफवाह पर रोक लगाने के लिए अभी कदम उठाएं।

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